द गर्ल इन रूम 105–४७
करो?' उन्होंने गरजते हुए कहा।
'अकल, मैं आपकी बेटी से प्यार करता था। मैं ऐसा करने का सोच भी नहीं....
उन्होंने मुझे बीच में ही रोक दिया। मैंने तुम्हें हिदायत दी थी कि उससे दूर रहो। फिर तुमने ऐसा क्यों नहीं किया?'
"क्योंकि मैं उससे प्यार करता था।' "क्या इसीलिए तुमने अपने परिवार को उसकी बेइज्जती करने दी?" "मेरा उन लोगों पर कोई जोर नहीं है। फिर आपने भी तो हमें सपोर्ट नहीं किया था. अंकला
मैंने तब भी तुम्हें एक ऑप्शन दिया था, और अब भी दे रहा हूं।'
"क्या?" "चले जाओ यहां से ख़ुदा हाफ़िज़ '
मैं दोपहर को अलवर पहुंचा। मैंने इस्पेक्टर राणा से एक दिन के लिए घर जाने की अनुमति ली थी। यह एक मुश्किल समय था और मैं चाहता था कि मेरे पैरेंट्स मेरे आस-पास ही रहें। मा ने मेरी हालत भाप ली और मुझे ख़ुश करने के लिए मेरी सभी पसंदीदा राजस्थानी डिशेस बनाई। गट्टे की सब्जी और देसी घी लगे गर्मागर्म फुलके खाते हुए मैं दोपहर की ख़बरें देख रहा था।
"ब्रेकिंग न्यूज़: आईआईटी दिल्ली की लड़की की हत्या के मामले में वॉचमैन गिरफ्तार।' एंकर अरिजीत ब्योरे सुना रहा था। 'हिमाद्रि हॉस्टल के वॉचमैन लक्ष्मण रेड्डी को आईआईटी दिल्ली की कश्मीरी पीएचडी छात्रा जारा लोन
की हत्या के मामले में गिरफ्तार कर लिया गया है।' टीवी पर दिखाई जा रही तस्वीरों में हम स्तब्ध लक्ष्मण को देख सकते थे, जिसे पुलिस वैन में ले जाया जा रहा था। अरिजीत ने अपनी बात जारी रखी, 'सूत्रों का कहना है कि लक्ष्मण रेड्डी गर्ल्स हॉस्टल के गार्डन में बैठा- बैठा जाती-जाती लड़कियों को घूरता रहता था, जिससे लड़किया असहज अनुभव करती थीं। एक महीने पहले तो उसने एक लड़की का एक अपस्कर्ट वीडियो बनाने की भी कोशिश की, जब वह अपने स्कूटर पर बैठी थी । जारा लोन ने इसका विरोध किया और दोनों के बीच बहस होने लगी। जारा ने सबके सामने लक्ष्मण को एक थप्पड़ रसीद कर दिया।' मां कुछ और फुलके लेकर लिविंग रूम में आई। उन्होंने रिमोट उठाया और टीवी बंद कर दिया।
"तुम यहां पर इस मामले से दूर रहने के लिए आए हो, उन्होंने कहा। "मां, आप क्या कर रही हैं?' मैंने उनके हाथ से रिमोट छीन लिया, 'नई जानकारी दी जा रही है। " "अब वो मर चुकी है। चाहे जितनी नई जानकारियां हासिल कर लो अब वो मुसलमान लड़की लौटकर
नहीं आएगी। शुक्र है भगवान का।' "मां" मैंने चिल्लाते हुए कहा, 'चुप कीजिए। अभी उसे मरे एक हफ़्ता भी नहीं हुआ है।' 'जब वो जिंदा थी, तभी उसने बहुत सारी मुसीबतें पैदा कर दी थीं। अब जब वो मर गई है तो उसे अपने
लिए नई मुसीबतें पैदा करने का मौका मत दो।' "बहुत हो गया, मां, मैंने उनके हाथ से फुलके की प्लेट लेते हुए कहा ।।
"तुम जो नौकरी की तलाश कर रहे थे, उसका क्या हुआ? मैं कोशिश कर रहा हूँ, माँ। मैंने इंटरव्यूज दिए हैं। देखते हैं।'
देखने जैसा कुछ नहीं था, मुझे पहले ही रिजेक्ट किया जा चुका था। मां के कमरे से चले जाने के बाद मैंने फिर टीवी चालू कर लिया। अब अरिजीत एक रिपोर्टर से बात कर
रहा था।
"इसके अलावा और क्या ख़बर है?"
माइक थामे रिपोर्टर कहने लगा, 'हम अभी हौज़ ख़ास पुलिस थाने पर हैं। लक्ष्मण रेड्डी को पुलिस हिरासत में ले लिया गया है। दिल्ली पुलिस का दावा है कि क़त्ल की गुत्थी सुलझा ली गई है, और वो भी रिकॉर्ड टाइम में।